हरियाणा , रोज़गार | PUBLISHED BY: MANOJ THAYAT | PUBLISHED ON: 13 MAY, 2022
सेना भर्ती नहीं होने से हरियाणा के लाखों युवा हो गए ओवरएज
महेंद्रगढ़ | हरियाणा राज्य को सैनिकों की खान भी कहा जाता है. देश के तीनों ही सेनाओं में प्रदेश के लाखों युवा देशभक्ति के जुनून के साथ अपनी सेवा दे रहे हैं. लेकिन लंबे समय से सेना की भर्ती का आयोजन नहीं होने की वजह से प्रदेश के लाखों युवा ओवरेज हो चुके हैं और जल्द ही भर्ती का आयोजन नहीं किया गया तो फिर न जाने कितने युवाओं का सेना में शामिल होने का सपना ओवरेज होने से टूट जाएगा.
प्रदेश के महेंद्रगढ़ जिले की बात करें तो यहां 2015 में नारनौल शहर के अंदर सेना की आखरी भर्ती हुई थी. उसके बाद तो मानो भर्तियों का अकाल ही पड़ गया. वहीं दूसरी ओर, करीब ढाई साल से कोरोना महामारी के कारण सेना की भर्तियों का आयोजन नहीं हुआ है जिसके चलते हजारों युवा ओवरेज हो चुके हैं. वर्तमान में भी सेना की तैयारी कर रहे हैं युवाओं को ओवरऐज होने का खतरा डराने लगा है. कुछ दिन पहले संपूर्ण हरियाणा में सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवाओं ने भर्तियां कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था.
भर्ती न आने से युवा हो रहे ओवरेज
नारनौल में विजय एथलेटिक्स एकेडमी चला रहे संचालक वीर महरमपुर ने जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय सेना में सैनिक जीडी के आवेदन के लिए आयु साढ़े 17 से 21 वर्ष है. सैनिक क्लर्क, सैनिक तकनीकी, नर्सिंग सहायक एवं ट्रेडसमैन भर्ती के लिए आयु साढ़े 17 से 23 साल तय है. जिले में सेना भर्ती रैली नहीं होने से युवाओं को नुकसान हो रहा है. नारनौल में साल-2015 में सीनियर सेकेंडरी स्कूल परिसर में सेना भर्ती हुई थी. उसे भी सात साल बीत चुके है नई भर्ती नहीं निकलने की वजह से आस-पास के जिला में करीब पांच लाख ऐसे युवा होंगे, जो ओवरएज हो चुके हैं
फौजियों की फैक्ट्री हरियाणा
देश की जनसंख्या में बेहद कम प्रतिशत होने के बावजूद तीनों सेनाओं में हरियाणा के युवाओं की उपस्थिति 10% तक है. प्रत्येक वर्ष प्रदेश से 6000 से अधिक युवा सेना में जाते हैं. एक आंकड़े के मुताबिक सेना में अभी करीब 1.75 लॉक जवान हरियाणा प्रदेश से हैं. प्रदेश के रेवाड़ी जिले से सबसे ज्यादा 25000 युवा सेना में है. जनरल वीके सिंह और जनरल दलबीर सिंह सुहाग जैसे वीर पराक्रमी सेनाध्यक्ष भी हरियाणा से ही हैं. प्रदेश के वीर सैनिकों ने तीनों ही सेनाओं में कई बड़े मेडल अपने नाम किए हैं.