जींद। 12 से 25 दिसंबर तक यह कैंप जिले के गांवों में सीएससी पर लगेंगे। प्रतिदिन 20 गांव कवर किए जाएंगे। इससे उन लोगों को फायदा होगा, जिनके नाम आयुष्मान लिस्ट में आए हुए हैं।
वहीं दूसरी खबर भी आयुष्मान कार्ड से संबंधित है। जिले 10 दिसंबर से आयुष्मान कार्डों का वितरण भी शुरू हो जाएगा। 10 दिसंबर को जिले में 110 जगहों पर आयुष्मान कार्ड वितरण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसकी लोकेशन जिला प्रशासन को मिल चुकी है। इसका शेड्यूल भी शुक्रवार को जारी किया जाएगा। इन 110 लोकेशन में 18 हजार 655 लोगों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए जाएंगे। कार्ड वितरण के दौरान आयुष्मान कार्ड लाभार्थी से ओटीपी या फिंगर प्रिंट लिए जाएंगे तभी कार्ड एक्टिवेट माने जाएंगे। इसलिए कैंप के दौरान लोगों को अपना आधार पंजीकृत मोबाइल नंबर भी साथ लाना होगा। लोगों को 31 दिसंबर तक कार्ड बनवाने के टारगेट जिला मुख्यालय को दिए हैं।
आपको बता दें सरकार द्वारा हाल ही में एक लाख 80 हजार से कम इनकम वाले लोगों के नाम आयुष्मान सूची में डाले हैं। फिलहाल पहली सूची जारी की गई। है, जिसके तहत 5 लाख 89 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं। फिलहाल जींद जिले में एक लाख 70 हजार आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। 13 दिसंबर के बाद अगले 15 से 20 दिन में सभी गांव कवर कर लोगों के आयुष्मान कार्ड युद्ध स्तर पर बनाए जाएंगे ताकि कोई पात्र वंचित न रह सके।
संबंधित क्षेत्र के उपमंडल अधिकारी अपने- अपने क्षेत्राधिकार के अंतर्गत आने वाले गांव में इन शिविरों को आयोजित करा कर निर्धारित कार्य को संपन्न कराएंगे जबकि शहरी क्षेत्र में इस कार्य की जिम्मेदारी नगर परिषद / नगर पालिका की रहेगी। एडीसी ने ली जानकारी: गुरुवार को एडीसी साहिल गुप्ता ने मुख्यालय से वर्चुअल तरीके से ‘जुड़कर उक्त शिविरों के बारे में जानकारी ली और कैंप के आयोजनों को लेकर जिला से संबंधित तैयारियों को उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया। वर्चुअल बैठक में जिला परिषद की डिप्टी सीईओ रेणुका नांदल, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी एम जैड बदर आदि मौजूद रहे।
कमेटी में अतिरिक्त उपायुक्त चेयरमैन, बिजली विभाग के एसई, खाद्य आपूर्ति नियंत्रक, डीईओ, जिला चिकित्सा अधिकारी, तहसीलदार, डीआईपीआरओ तथा जिला रोजगार अधिकारी को सदस्य बनाया है। क्षेत्रीय समिति में ग्रामीण क्षेत्र के लिए जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा शहरी क्षेत्र में नगर निकाय के ईओ अथवा सचिव को चेयरमैन व बिजली विभाग के एसडीओ, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय के खाद्य निरीक्षक, एसएमओ, चुनाव कार्यालय के कानूनगो तथा खंड शिक्षा अधिकारी को सदस्य बनाया गया है।
जींद एडीसी साहिल गुप्ता ने कहा कि पीपीपी की त्रुटियों को ठीक करने के लिए हर गांव व वार्ड में विशेष शिविर लगाए रहे हैं। आमजन को पीपीपी से संबंधित खामियों को दुरुस्त कराने में सुविधा हो सके। लोगों को चाहिए कि वह त्रुटियां ठीक कराकर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं।
वहीं तीसरी खबर परिवार पहचान पत्र से संबंधित है। जिला प्रशासन की तरफ से परिवार पहचान पत्र में त्रुटियां ठीक कराने के लिए पांच दिन तक कैंप आयोजित किए जाएंगे। यह कैंप शहर में वार्ड व गांव स्तर पर लगाए जाएंगे। जिले में 10, 11, 16, 17 व 18 दिसंबर को प्रत्येक गांव व शहरी क्षेत्र के वार्डों में शिविर आयोजित किए जाएंगे। अगर परिवार पहचान पत्र में कोई खामी रह गई है तो वह उपरोक्त तिथियों में आयोजित कैंप में पहुंचकर संशोधन अवश्य करवाएं। परिवार पहचान पत्र शिविर का आयोजन लोकल कमेटी के अनुसार किया जाना है और कैंप में लोकल कमेटी के सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है।
शिविर में ये लोग करवा सकेंगे त्रुटियां ठीक
• शिविर में जिस भी परिवार के परिवार पहचान पत्र में हस्ताक्षर नहीं है, वे इसे ठीक करवा सकते हैं।
• अगर किसी की फैमिली आईडी नहीं बनी है अथवा उसमें कोई गलती है तो उसे भी इन शिविर में ठीक करवाया जा सकता है।
• इसी प्रकार दिव्यांगजन अपना प्रमाण पत्र अपलोड करवा सकते हैं।
• जिन नागरिकों की आयु फैमिली आईडी में गलत इंद्रांज है वह अपना जन्म प्रमाण-पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र या अन्य आयु प्रमाण पत्र के साथ दुरुस्त करवा सकता है।
• अगर किसी परिवार का फैमिली आईडी में रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ तो वह भी इन शिविर में रजिस्ट्रेशन करवा सकता है।