हरियाणा | PUBLISHED BY: MANOJ THAYAT | PUBLISHED ON: 15 MAY, 2022
हरियाणा पंचायत चुनाव अगस्त में इस तारीख के बाद होंगे
Haryana Panchayat Election 2022: चंडीगढ़ | हरियाणा पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों शोरों से शुरू हो चुकी है. हाईकोर्ट की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद अब राज्य चुनाव आयोग, जिला परिषद, पंचायत समितियों के सदस्य और प्रशासन के लोग चुनाव कराने की तैयारियों में जुट चुके हैं. रिपोर्ट की माने तो हरियाणा में 15 अगस्त के बाद पंचायती चुनाव हो सकते हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, राज्य चुनाव आयोग ने 23 मई से मतदाता सूचियों के संशोधन का काम शुरू करने के आदेश दे दिए हैं. वार्डों के अनुसार मतदाताओं की ड्राफ्ट लिस्ट तैयार की जाएगी. 22 जुलाई को मतदाताओं की फाइनल लिस्ट प्रकाशित होगी. जिसके 20 दिन बाद चुनाव आयोग की ओर से पंचायत चुनावों की अधिसूचना जारी की जा सकती है. यानी हरियाणा में 15 अगस्त के बाद कभी भी चुनाव आयोग पंचायत चुनाव करा सकता है.
मतदाता सूची बनने की तैयारियां शुरू
23 मई से मतदाताओं की लिस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. जिसमें तकरीबन 2 महीने का समय लगेगा. जिन लोगों का नाम मतदाता सूची में होगा उन्हीं को मतदान करने का अधिकार होगा. राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव में करीब 22 हजार पोलिंग बूथ बनेंगे. सवा छह साल पहले हुए पंचायत चुनाव में 1.11 करोड़ मतदाताओं ने मतदान किया था, जिनकी संख्या बढ़कर अब करीब सवा करोड़ हो गई है.
चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार की खर्चे सीमा बढ़ाई
चुनाव में खड़े होने वाले प्रत्याशियों के लिए अच्छी खबर यह है कि इस बार चुनाव प्रचार के लिए खर्च की सीमा को बढ़ाया गया है. जिसके अनुसार, पंच पद के उम्मीदवार 27 हजार 500 रुपये, सरपंच एक लाख 65 हजार, पंचायत समिति सदस्य तीन लाख 30 हजार और जिला परिषद सदस्य के उम्मीदवार पांच लाख 50 हजार रुपये चुनाव प्रचार पर खर्च कर सकेंगे.
22 जिलों के इन पदों पर होना है चुनाव
हरियाणा में 22 जिला परिषदों, 142 ब्लॉक समितियों और 6205 पंचायतों के पंच- सरपंचों के लिए चुनाव 2022 में होने हैं. हालांकि इसको लेकर अभी किसी भी तरह की आधिकारिक सूचना जारी नहीं हुई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जिला परिषद्, ब्लाक समिति व सरपंची चुनाव इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (EVM) के जरिये कराये जायेंगे, जबकि 62 हजार 466 पंचों के लिए मतदान बैलेट पेपर के जरिये होगा. साथ ही इस बार के चुनावों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण का लाभ मिलेगा.